मेरा नाम रेशमा है। मै मेरठ की रहने वाली हूँ। जो कहानी मै आप सभी को सुनाने जा रही हूँ वो मेरे जिंदगी की सच्ची कहानी है और मैं अपना sex toy story अनुभव आप लोगों के साथ बाट रही हूँ।
मेरी उम्र 20 साल है, मेरे फिगर का साइज़
36-24-36 है। मेरी 12वीं क्लास पास पास होने के बाद मै कॉलेज जाने लगी। मेरे कॉलेज जाने से पहले मेरे पापा ने मुझे एक एंड्राइड मोबाइल फ़ोन ख़रीद कर दिया। वो मेरा पर्सनल मोबाइल फोन था। मै रोज कॉलेज में मोबाइल ले कर जाती थी।
उस टाइम मुझे सेक्स के बारे में थोड़ा थोड़ा ही पता नहीं था। लेकिन मैंने कभी सेक्स का अनुभव नहीं लिए था। क्योंकि मेरा कोई बॉयफ्रेंड नहीं था। मै कॉलेज जाने से पहले बहुत ही सीधी साधी लडकी थी।
कालेज में मेरी सहेली का एक बॉयफ्रेंड था। मेरी सहेली हमेशा मुझे बताया करती थी कि उसने अपने बॉयफ्रेंड के साथ कैसे सेक्स किया है। और कितनी बार सेक्स किया। और कौनसे तरीके से सेक्स किया है। जिस दिन उसका सेक्स हुआ तो अगले ही दिन वो मुझे बताने के लिए बिलकुल तैयार रहती थी।
उसकी बातें सुनकर मेरी वासना भी जागने लगी, मुझे भी सेक्स करने का मन करने लगा। लेकिन आजकल के लड़कों का कोई भरोसा नहीं होता कि वो क्या से क्या कर दें। मै प्रेगनेंट नहीं होना चाहती थी।
एक दिन मेरी सहेली ने बताया कि उसके बॉयफ्रेंड ने दारू के नशे में कुछ अपने दो दोस्तों से उसके साथ मिलकर उसके साथ सेक्स किया। अब उसके बॉयफ्रेंड के दोस्त इस लड़की के साथ जब मर्जी तब सेक्स करते हैं।
लड़कों के साथ तो मैं भी सेक्स करना चाहती थी लेकिन सब लड़के एक जैसे नहीं होते।
अगर मेरी फैमिली में किसी को पता चल जाता तो मेरी फॅमिली मुझे घर से बाहर निकाल देती। वैसे मेरी फ्रेंड का कई बार सेक्स करने से काफी अच्छा फिगर बन गया था, उसके बदन पर कपड़े भी काफी अच्छे लगते थे उसके फिगर की वजह से।
अब मैं अपनी सहेली के बारे में बातें करना बंद करती हूँ।
अब मैं आपको अपने बारे में बताती हूँ। सितम्बर में मेरा सेक्सी मूवी देखने का मन किया। मेरे मोबाइल में मैंने पोर्न मूवी देखना चालू कर दिया। मुझे उनमें देख कर बहुत अजीब लगा कि लड़की लड़के के लंड को मुंह में लेकर चूसती है। और उसे बिल्कुल भी ओ बुरा नहीं लगता है। लड़के भी लड़की की चूत को चाटते हैं। ये सब देखकर मेरे दिल में अजीब सी झंकार होने लगी थी। मुझे थोड़ा अच्छा भी लगा और बुरा भी लगा। थोड़ी घिन सी भी हुई कि लंड और चूत से हम पेशाब करते हैं तो ये हमारे शरीर के गंदे अंग है। और ये लोग मुंह में लेकर चूस रहे हैं। जीभ से चाट रहे हैं। और काफी मजे से चाटते हैं।
धीरे धीरे मुझे सेक्स की वीडियो को देखने में मज़ा आने लगा और मुझे सेक्स के बारे में काफी जानकारी होने लगी। और मैं अपनी चूत में उंगली भी करने लगी थी। मैं रोज रात को सेक्सी वीडियो देख कर चूत में उंगली करती थी। और अपना पानी निकलने के बाद सो जाया करते थी। वैसे अब मेरी चूत हर वक्त उत्तेजना के कारण गीली रहती थी। और मुझे चूत में उंगली करने में बहुत मज़ा आता था। मुझे ऐसा लग रहा था कि अब मुझे लडको के लंड से खुद को चुदवाना चाहिए।
वैसे तो अब लंड को अपनी चूत में लेने का मेरा पूरा मन करने लगा था। लेकिन ना तो लड़कों का भरोसा होता है। और न ही मैं घर से बाहर निकल सकती हूँ। मुझे सेक्सी मूवी काफी अच्छी लगती थी। मैंने सब तरह की वीडियो देखी थी फॅमिली वाली मतलब भाई बहन वाली, भाभी देवर वाली, जीजा साली वाली भी देखी थी। और एक औरत अकेले कैसे सेक्स करती है, ये भी देखी थी।
मेरे शरीर का रंग गोरा है। मुझे कम उम्र की लड़कियों की सेक्सी मूवी देखने में काफी ज्यादा मज़ा आता था। मुझे ये देखने में ज्यादा मज़ा आता था कि लड़कियाँ कितने बड़े बड़े लंड को अपनी चूत के अंदर ले जाती हैं। वो भी चूत की गहराई तक।
ऐसे ही रोज रात की तरह मैं सेक्स की वीडियो देख रही थी। और मैंने एक वीडियो ऐसी देखी जिसमें एक लड़की नकली लंड से ही खुदके हाथ से रबड़ का डिल्डो इस्तेमाल कर रही थी। मुझे यह देखने में बहुत मज़ा आया कि वो लड़की अपनी चूत में नकली लंड को किस तरीके से घुसाकर चुदाई के मजे ले रही थी।
मैंने सोचा कि यह नकली लंड मेरे लिए ठीक है। इससे मेरी बात बाहर भी नहीं जायेगी। और मुझे किसी धोखेबाज लड़के की भी जरूरत नहीं होगी। मैंने नकली लंड को इंटरनेट पर ढूंढा। और देखा कि हिन्दुस्तान में मिलता है या नहीं मिलता है। मुझे ऐसी वेबसाइट मिली जिन पर नकली लंड बेचा जा रहा था।
मैंने देखा कि नकली लंड की कीमत 1000 रुपये से लेकर 2000 रूपए तक है।
फिर मैंने गूगल पर नकली लंड के फायदे और नुकसान पढ़े। नकली लंड के फायदे देखने के बाद मेरा भी मन करने लगा नकली लंड को खरीदने का। वैसे तो मैं ऑनलाइन काफी ज्यादा सामान खरीदती हु। मैंने काफी सामान इंटरनेट से ख़रीदे हैं।
लेकिन मुझे डर था कि अगर मैं नकली लंड आर्डर कर दूँ तो डब्बे पर लिखा ना आ जाये कि उसके अंदर डिल्डो है। लेकिन फिर मुझे पता चला कि डब्बे पर पता के इलावा कुछ नहीं लिखा आता। तो नकली लंड मैंने आर्डर कर दिया। आप सब उसकी फोटो भी देख सकते हो।
और मैंने इसे घर की जगह कॉलेज में मंगवाया। मुझे बड़ी आसानी से आर्डर मिल गया।
मेरी फ्रेंड्स ने मुझसे पूछा भी था कि इस डब्बे में क्या आर्डर है। तो मैंने कह दिया कि पापा ने कुछ मंगाया है। पापा बिज़ी होने की वजह से नहीं ले सकते थे, तो मैंने ले लिया। फिर मैंने उसे बैग में रख दिया उसके बारे में सोच-सोचकर मेरी चूत गीली हो गयी।
फिर कोलेज के बाद मैं अपने घर आ गयी और नकली लंड मेरे बैग में ही था। शाम के टाइम हमारे घर में कोई नहीं होता है। उस टाइम दिसंबर का महीना चल रहा था। और वैसे भी इस महीने में बहुत ज्यादा ठंडी होती है। और एएसपी सबको तो पता ही है कि ठंडी में सबका सेक्स करने का मन करता है।
फिर मैंने नकली लंड को बैग से बाहर निकाला। फिर मैंने अपने कमरे का दरवाजा बंद किया। फिर मैंने उस डब्बे को खोलना चालू किया। उस डब्बे के अंदर एक और 7 इंच का डब्बा था। अब आप सोच ही सकते है, कि नकली लंड करीब करीब 6 इंच का था। मैंने उस लंड को बाहर निकाला। और उसको अपने हाथो में ले लिया। वो काफी नरम और कड़क था। वो असली लंड की तरह ही लग रहा था। वो बहुत मोटा होने के साथ साथ बहुत ज्यादा सॉफ्ट और चिकना था, उसको छुने में भी बहुत मजा आ रहा था।
मैंने अपनी कुंवारी चूत में कुछ और चीज़ घुसाना सही नहीं समझा क्योंकि बीमारी होने का डर था। आज तक मैं किसी से चुदी नहीं थी, सिर्फ सेक्स वीडियो देख कर चूत में उंगली की थी और उसमे काफी मज़ा आता था। मुझे बिलकुल भी अंदाजा नहीं था कि इसके पहली बार इस्तेमाल से मुझे कितना दर्द होगा।
उस नकली लंड का पहली बार प्रयोग करने के लिए मैं अपने बाथरूम में चली गयी और मैंने अपने सारे कपड़े निकाल दिए। मै चड्डी और ब्रा पर ही थी। अब मैंने नकली लंड को भी बाहर निकाल लिया। वो मेरी चूत के छेद से बहुत बड़ा था। मैंने अभी तक अपनी प्यारी सी चूत में दो उँगलियों से ज्यादा कुछ नहीं डाला था। इसलिए मेरी चूत अभी बहुत टाइट थी।
मुझे अब सिर्फ खुदकी वासना जागने की ज़रूरत थी। ताकी मुझे मेरे पहले सेक्स का मजा अच्छे से आ सके। फिर मैंने बाथरूम में ही सेक्सी मूवी देखना चालू कर दिया। उसे देख कर मेरी वासना जागने लगी।
उसे देख कर मै अपने बूब्स को दबाने लगी। अपनी चूचियां रगड़ने लगी। मुझे पूरी वासना चढने के बाद मैंने अपने मोबाइल को बंद कर दिया। फिर मेरा एक हाथ मेरे बूब्स पर था। और दूसरा हाथ मेरी चूत पर।
मै अपनी उंगलियों को चूसकर अपनी चूत को गीली कर रही थी। और अपनी चूत में उंगलियां डाल रही थी। फिर मुझे बहुत ज्यादा सेक्स कि भूख लग गई थी। अब ऐसा लग रहा था कि लंड को अपनी चूत में डाल दू।
फिर मैंने sex toy नकली लंड उठाया। और उसको अपने मुंह में ले कर चूसने लगी। वो मेरे मुंह से भी बहुत बड़ा था। मुझे ऐसा लग रहा था कि ये लंड मुझे बहुत मजा देगा। मैंने उसे अपने मुंह में अच्छे से गीला कर लिया। अब मै उसे अपनी चूत में घुसाने के लिए बेताब थी।
फिर मैंने अपनी चड्डी उतार दी। और लंड को अपनी चूत पर रगड़ने लगी। रगड़ते रगड़ते मैंने उसे धीरे से अपनी चूत में घुसाना चालू किया। मुझे बहुत दर्द हो रहा था। लेकिन मेरे मन में सेक्स का मजा लेने की बात चल रही थी। जैसे ही मैंने उस लंड को थोड़ा अंदर घुसा दिया। तब मुझे वो दर्द सहन नहीं हो रहा था। मैंने उस लंड को बाहर निकाला। तो उसपर मेरा खून लगा हुआ था।
मेरी दोस्त ने मुझे बताया था कि पहली बार दर्द सिर्फ 10 मिनट के लिए होता है। उसके बाद सेक्स का आनंद आता है। मैंने हिम्मत कर के उसे फिर से अपनी चूत में डाल दिया। और धीरे धीरे उसे अंदर बाहर करने लगी। कुछ देर तक मुझे सच में बहुत ज्यादा दर्द हो रहा था। उस दर्द को मै आपके सामने बया भी नहीं कर सकती।
कुछ देर दर्द सहने के बाद मुझे मजा आने लगा था। फिर मैंने अंदर बाहर करने की थोड़ी गति बढ़ाई। मुझे बहुत मजा आने लग था। 20 मिनट तक अंदर बाहर करने के बाद मै झड़ गई थी। मै बहुत खुश थी। क्योंकि मुझे सच में बहुत मजा आया था। फिर मै पलंग पर आकर आराम करने लगी। क्यूंकि अभी भी मेरी चूत दुख रही थी।
ऐसे मैंने खिलौने वाले लंड से अपनी चूत खोली थी। कहानी कैसी लगी इस बारे में कॉमेंट करे।
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